महात्मा गांधी की बेटी का नाम – Mahatma Gandhi Ke Beti Ka Naam Kya Tha

महात्मा गांधी की बेटी का नाम : भारत में राष्ट्रपिता के नाम से जाने जाने वाले महात्मा गांधी को भला कौन नहीं जानता

भारत को आजादी दिलाने में बापू का सबसे अहम योगदान माना जाता है और यही वजह है कि आज भारत के नोटों पर भी आपको महात्मा गांधी का चित्र ही देखने को मिलता है

कुछ भारतीयों द्वारा महात्मा गांधी के प्रति कुछ नकारात्मक बातें भी कह दी जाती है परंतु महात्मा गांधी इस देश के सच्चे देशभक्त थे, महात्मा गांधी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था और उनकी पत्नी का नाम कस्तूरबा गांधी था

महात्मा गांधी को महात्मा की उपाधि रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा प्रदान की गई थी और इंग्लैंड के प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल द्वारा महात्मा गांधी को अर्धनग्न फकीर की संज्ञा दी गई थी, महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था और इनका देहांत 30 जनवरी 1948 को भारत की राजधानी नई दिल्ली में हुआ था

यह बड़े अफसोस की बात है कि महात्मा गांधी भारत की आजादी को लंबे समय तक नहीं देख पाए और नाथूराम गोडसे नामक एक व्यक्ति ने उनको अपनी गोलियों से भून दिया

परंतु आज के इस लेख में हम महात्मा गांधी के परिवार के बारे में जानकारी लेने वाले हैं, और साथ ही देखेंगे कि महात्मा गांधी की बेटी का नाम क्या था, साथ ही महात्मा गांधी के कितने पुत्र और पुत्री थे और वर्तमान में वह क्या क्या करते हैं और कहां कहां रहते हैं इत्यादि

इस लेख को पढ़ने के बाद आपको महात्मा गांधी के परिवार के बारे में जो भी जानकारियां चाहिए वह प्राप्त हो जाएंगी और आपको यह पता चल जाएगा कि आज गांधी जी के वंशज कहां है और क्या कर रहे हैं

 

Mahatma Gandhi Ke Beti Ka Naam Kya Tha

 

महात्मा गांधी की बेटी का नाम – Mahatma Gandhi Ke Beti Ka Naam Kya Tha

अगर आप ही यह जानना चाह रहे हैं कि महात्मा गांधी की बेटी कौन थी? तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि महात्मा गांधी की कोई पुत्री नहीं थी

इस बात को लेकर एक अंग्रेजी अखबार मे महात्मा गांधी ने अफसोस भी प्रकट किया कि मुझे खेद है कि मुझे कोई पुत्री नहीं हुई,

कहीं-कहीं पर महात्मा गांधी की पुत्री के रूप में नंदिनी गांधी का नाम देखने को मिलता है परंतु वह पूर्णता असत्य है और उसमें एक तिनका भर भी सच्चाई विद्यमान नहीं है

महात्मा गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी की कोख से तो कोई बच्ची का जन्म नहीं हुआ परंतु महात्मा गांधी ने एक लड़की को गोद लिया था जिसका नाम था लक्ष्मी !

यह लक्ष्मी नाम की लड़की एक दलित परिवार में पैदा हुई थी जो कि अहमदाबाद में रहती थी ! और इसके वास्तविक माता पिता का नाम दूदा भाई और दानी बहन था

इस लड़की ने महात्मा गांधी के अहमदाबाद में स्थित आश्रम में प्रवेश लिया था और वहीं से महात्मा गांधी ने लक्ष्मी को अपनी बेटी के रूप में स्वीकार कर उसकी पढ़ाई से लेकर उसके शादी विवाह तक की सभी जिम्मेदारियां निभाई

आपको यह जानकर बड़ी हैरानी होगी कि महात्मा गांधी ने लक्ष्मी का विवाह अपने आश्रम में रहने वाले एक ब्राह्मण लड़के से कराया जिसका नाम अशोक था, इस घटना से महात्मा गांधी को काफी खरी-खोटी भी सुननी पड़ी परंतु उन्होंने सामाजिक परिवर्तन का बहुत बड़ा उदाहरण पेश किया

 

महात्मा गांधी के बेटे का नाम – Mahatma Gandhi Ke Bete Ka Naam Kya Tha

अब आपके मन से यह सवाल दूर हो गया होगा कि महात्मा गांधी की बेटी कौन थी?, तो अब हम  जानने वाले हैं महात्मा गांधी के बेटों के बारे में

महात्मा गांधी और कस्तूरबा गांधी के चार बेटे थे

  • हरिलाल
  • मणिलाल
  • रामदास
  • देवदास

महात्मा गांधी अपने परिवार में सबसे छोटे थे और उनसे बड़े उनके 4  भाई थे एक का नाम था कृष्णदास और दूसरे का नाम था लक्ष्मी दास  साथ ही महात्मा गांधी की एक 2 बहने भी थी 

गांधी जी के बड़े बेटे हरिलाल का जन्म 1888 को नई दिल्ली में हुआ और उनका देहांत 1948 में हुआ था, उन्होंने गुलाब गांधी से शादी की थी और उनके कुल 5 बच्चे है

 

Mahatma Gandhi Ke Bete Ka Naam kya tha

 

महात्मा गांधी के दूसरे बेटे मणिलाल का जन्म 1892 मे गुजरात के राजकोट में हुआ था और उन्होंने सुशीला से शादी की थी और उनके तीन बच्चे है, महात्मा गांधी के तीसरे बेटे का नाम रामदास है

जिनका जन्म 1897 में साउथ अफ्रीका में हुआ था इनका का देहांत 1969 को हुआ था व रामदास की शादी निर्मला के साथ हुई थी और उनके तीन बच्चे है

महात्मा गांधी के चौथे बेटे देवदस का जन्म 1900 मैं साउथ अफ्रीका में हुआ था और इनका विवाह राजगोपालाचारी की बेटी लक्ष्मी के साथ किया गया था और उनके चार बच्चे हैं, इस प्रकार से महात्मा गांधी के चार बेटे थे जिनके बारे में आपने संक्षिप्त रूप से जानकारी प्राप्त कर ली है

 

महात्मा गांधी का परिवार – Gandhi Parivar

महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को पोरबंदर, गुजरात में हुआ था और इनके पिता का नाम  करमचंद गांधी और उनकी माता का नाम पुतलीबाई था, महात्मा गांधी का वास्तविक नाम मोहनदास था और इसीलिए उन्हें मोहनदास करमचंद गांधी के नाम से जाना जाता है

गांधी जी के पिता करमचंद की चार पत्नियां थी जिनमें से पहली तीन पत्नियों का निधन होने के बाद करमचंद गांधी ने चौथी पत्नी पुतलीबाई से विवाह किया

 

Gandhi family

 

करमचंद गांधी की पहली और दूसरी पत्नी से कोई भी संतान प्राप्त नहीं हुई परंतु तीसरी पत्नी से उन्हें दो बच्चियां हुई थी जोकि महात्मा गांधी की दो सौतेली बहने मानी जाती हैं,

पुतलीबाई और करमचंद गांधी के चार बेटे पैदा हुए जोकि गांधीजी के सगे भाई थे जबकि गांधी जी की दो बहने भी थी परंतु उनका जन्म पुतलीबाई की कोख से नहीं हुआ था

अपने सभी छह भाई-बहनों में महात्मा गांधी सबसे छोटे भाई थे और यही कारण था कि उन्हें परिवार में सबसे ज्यादा शिक्षित होने का मौका भी मिला

महात्मा गांधी के सगे चार भाई निम्नलिखित हैं

  •  लक्ष्मीदास
  •  रलियात
  •  कृष्ण दास
  •  मोहनदास

मोहनदास वास्तविकता में महात्मा गांधी का असली नाम था, महात्मा गांधी की दो भाभिया एक का नाम कुंवर बहन और दूसरी का नाम गंगा था

महात्मा गांधी के सबसे बड़े पुत्र का नाम हरिलाल था परंतु वह अपने पिता महात्मा गांधी के विचारों से बिल्कुल भी सहमत नहीं थे क्योंकि वे मानते थे कि अहिंसा से सभी बातों का हल नहीं निकल सकता है

इस कारण से महात्मा गांधी और हरिलाल में बहुत ज्यादा बहस बाजी भी हुआ करती थी, महात्मा गांधी का 1948 में देहांत होने के कुछ समय बाद ही उनके बड़े बेटे हरिलाल का निधन भी हो गया था, महात्मा गांधी के परिवार में वर्तमान में कुल 154 उनके वंशज हैं जो कि विभिन्न देशों में विभिन्न विभिन्न पदों पर विद्यमान है

यह सभी लोग अलग-अलग देशों में रहते हैं जैसे कि इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका, कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया आदि, इनमें से कुछ प्रोफेसर कुछ इंजीनियर कुछ वकील तो कुछ बहुत बड़े जाने-माने डॉक्टर भी हैं

महात्मा गांधी के पोते पोतिया आज बड़े-बड़े पदों पर विभिन्न देशों में अपनी सेवाओं को दे रहे हैं और महात्मा गांधी का नाम रोशन कर रहे हैं

 

महात्मा गांधी के पांचवें पुत्र

जब हमने यह पढ़ा है कि महात्मा गांधी के केवल 4 पुत्र थे तो अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि महात्मा गांधी के पांचवें पुत्र कैसे हो सकते हैं

वास्तविकता में उनका कोई पांचवा पुत्र नहीं था परंतु उन्होंने जमुनालाल बजाज को अपना पांचवा बेटा मान लिया था, जमुना लल बजाज ने 1920 में महात्मा गांधी से कहा था कि वे उनके पुत्र बनना चाहते हैं और उनके द्वारा प्रदान की गई शिक्षाओं के मार्ग पर अपने जीवन में चलना चाहते हैं

1920 में जब महाराष्ट्र के नागपुर में कांग्रेस का अधिवेशन हो रहा था तो वहां पर जमुना लाल बजाज ने महात्मा गांधी से कहा कि “बापू आप के 4 पुत्र हैं तो भी मुझे अपने पांचवे पुत्र के रूप में स्वीकार कर लीजिए”

जमनलाल बजाज भारत के एक स्वतंत्रता सेनानी थे और साथ ही बजाज ग्रुप ऑफ कंपनीज के संस्थापक भी थे, उनकी सफलता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने ऑटो पार्ट्स बेचकर भारत में अपना नाम अरबपति के रूप में दर्ज करवाया


FAQs : 

सवाल : महात्मा गांधी की बेटी कौन थी?

महात्मा गांधी की कोई वास्तविक बेटी नहीं थी परंतु उन्होंने एक बेटी को गोद लिया था जिसका नाम लक्ष्मी था और उसका विवाह उन्होंने एक ब्राह्मण लड़के के साथ किया

सवाल : महात्मा गांधी के पिता का नाम क्या था?

महात्मा गांधी के पिता का नाम करमचंद गांधी था

सवाल : महात्मा गांधी के माता का नाम क्या था?

महात्मा गांधी के माता का नाम पुतलीबाई था

सवाल : महात्मा गांधी के कितने बेटे थे?

महात्मा गांधी के चार बेटे थे

सवाल : महात्मा गांधी के कितने भाई थे?

महात्मा गांधी के सगे तीन भाई थे

सवाल : महात्मा गांधी की कितनी बहने थी?

महात्मा गांधी के 2 सौतेली बहने थी

सवाल : महात्मा गांधी के कुल कितने बच्चे थे?

गांधी जी के परिवार में 4 बेटे और 13 पोते-पोतियां हैं

सवाल : महात्मा गांधी का परिवार कहां रहता है

मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म उत्तर-पश्चिमी भारत की पोरबंदर रियासत में 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था


Conclusion

आज के लेख में हम ने जाना महात्मा गांधी की बेटी का नाम एंव इसके पीछे की सच्चाई ! और इस लेख के अंत तक आप ने जाना होगा की महात्मा गांधी की कोई बेटी नहीं थी बल्कि उन्होंने लक्ष्मी नाम की एक पुत्री को गोद लिया था !

इतिहास में ऐसे कही सारे बातें हो चुकी है जिन्हे गलती से लिखा गया है जैसे की “Mahatma Gandhi Ke Beti Ka Naam ” नंदिनी गांधी” है परंतु वह पूर्णता असत्य है और उसमें एक तिनका भर भी सच्चाई विद्यमान नहीं है

वही गाँधी परिवार को लेकर ऐसे कही सारे सत्य और असत्य बातें है जो हम ने इस लेख के माध्यम से आप के साथ शेयर करने की कोशिश की है और उम्मीद करते है आप को हमारा यह लेख पसंत आया होगा |

यदि आप चाहते है की हम इसी तरह आप के लिए ज्ञानवर्धन लेख नियमित साझा करे तो कृपया हमारे इस लकेह को अपने दोस्तों के साथ शेयर करे और हमे सपोर्ट करे !

लेख को लेकर कोई भी सवाल यदि आप के मन में है तो आप निचे कमेंट में पूछ सकते है जिसका हम जरूर जवाब देने की कोशिश करेंगे | इस लेख को शुरवात से अंत तक पढ़ने के लिए ध्यानवाद

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